बाबा की रिपोर्ट —
Newsalert9 (कुशीनगर)
कुशीनगर में धान काटने के बाद कुछ किसान पराली जला देते हैं, जिससे मित्र कीट नष्ट होते हैं और खेत की उर्वरता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, प्रदूषण की समस्या भी उत्पन्न होती है। ऐसे में जिला प्रशासन ने पराली जलाने वालों पर ₹2500 से ₹15000 तक जुर्माना लगाने का फैसला किया है।
जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे पराली को जलाने की बजाय उसे खेत में ही गला कर खाद के रूप में इस्तेमाल करें। पराली जलाने वाले किसानों को किसान सम्मान निधि सहित अन्य राजकीय योजनाओं के लाभ से भी वंचित किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने राजस्व, कृषि, पंचायती राज और ग्रामीण विकास विभाग को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं। पराली जलने की घटना की निगरानी ग्राम पंचायत स्तर तक गठित सचल दस्तों और सेटेलाइट के माध्यम से की जाएगी।
बाबा की रिपोर्ट—
