Newsalert9 (कुशीनगर)
जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु स्टीयरिंग कमेटी की बैठक संपन्न हुई। बैठक में बाढ़ बचाव की तैयारियों के मद्देनजर संपूर्ण तैयारियों को पहले से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा
बैठक में अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड द्वारा संवेदनशील और अतिसंवेदनशील तटबंधों के बारे में जानकारी दी गई। जिलाधिकारी ने वर्ष 2025 में संभावित बाढ़ से बचाव हेतु की जा रही तैयारियों और पिछले वर्ष हुए प्रभावित ग्रामों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि जनपद में वर्ष 2024 में कुल प्रभावित ग्रामों की संख्या 44 थी, जिसमें खड्डा में 22, तमकुहीराज में 10 और कप्तानगंज में 12 ग्राम प्रभावित हुए थे।
निर्देश और तैयारियां
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में और विभिन्न क्षेत्रों में पड़ने वाले ड्रेनेज की साफ-सफाई पहले ही करा ली जाए, जिससे जल जमाव की समस्या न आए। उन्होंने सभी विभागों को बाढ़ बचाव के दृष्टिगत आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ बचाव के दृष्टिगत जो भी कार्य कराए जाएं, उनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था
जिलाधिकारी ने मुख्य सीवीओ और चिकित्सा विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि बाढ़ के कारण उत्पन्न होने वाली बीमारियों और संक्रामक रोगों के बचाव हेतु सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक संसाधन और दवाएं उपलब्ध रहें। उन्होंने कहा कि एंटीवेनम दवाएं, सेनेटरी पैड और गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध रहनी चाहिए।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष और तटबंधों की सुरक्षा
जिलाधिकारी ने बाढ़ खंड के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाए और जर्जर तटबंधों की मरम्मत की जाए। उन्होंने संवेदनशील और अतिसंवेदनशील तटबंधों की निगरानी के लिए बाढ़ सुरक्षा समिति का गठन करने के निर्देश दिए।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी पी के राय, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड महेश कुमार सिंह और अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
बाबा की रिपोर्ट —
