50 गाँव को माडल बनाने का लक्ष्य ।
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कुशीनगर
मानव सेवा संस्थान सेवा गोरखपुर द्वारा बाल विवाह, बाल श्रम, बाल यौन शोषण, और बाल तस्करी की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत कुशीनगर जनपद को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए 50 गांवों को मॉडल गांव बनाने का संकल्प लिया गया है।
सोमवार को दोपहर छितौनी बाईपास पर स्थित अतिथि विश्राम गृह के प्रांगण में मानव सेवा संस्थान के जिला संवन्यक शत्रुजीत सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि बाल विवाह एक गंभीर समस्या है जिसे समाज के सभी वर्गों को मिलकर रोकना होगा। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और लोगों को शपथ दिलाई जा रही है कि वे अपने बच्चों का विवाह 18 वर्ष पूर्ण होने पर ही करेंगे।
संस्थान की अध्यक्ष आशा त्रिपाठी के नेतृत्व में संस्था के द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है और उन्हें बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में बताया जा रहा है।
इस अभियान में बाल विवाह के अलावा बाल श्रम, बाल यौन शोषण, और बाल तस्करी की रोकथाम के लिए भी काम किया जा रहा है। संस्थान पीड़ितों को विधिक सलाह, सुरक्षा, परामर्श, और सरकारी सहायता प्रदान कर रहा है।
शत्रुजीत सिंह ने बताया कि इस अभियान में ए०एच०टी०यू०, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा), बाल कल्याण समिति, जिला प्रोवेशन अधिकारी, किशोर न्याय बोर्ड, और पुलिस विभाग के साथ समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है।
उन्होंने मीडिया से सहयोग की अपील की और सर्व साधारण से कहा कि अगर कहीं भी बाल विवाह, उत्पीड़न से जुड़े मामले संज्ञान में आता है तो समाज के सभी प्रबुद्धजन, जनप्रतिनिधि, जागरूक जनमानस, विशेष रूप से सक्रिय समूह, संगठन, इस कुप्रथा को रोकने में सहयोग प्रदान करें।
इस मौके पर दुर्गेश निषाद, रजत कुमार, आशीष दुबे आदि मौजूद रहे।
आनंद कुशवाहा की रिपोर्ट
