Newsalert9 (कुशीनगर)
बाबा
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर तहसील मुख्यालय खडडा पर तहसील अध्यक्ष बृजनरायण सिंह व महामंत्री विभव शर्मा के नेतृत्व में लेखपालों ने शनिवार को एक दिवसीय कार्य बहिष्कार और धरना प्रदर्शन किया ।
इस आयोजन का उद्देश्य संघ की प्रमुख मांगों को सरकार और प्रशासन के समक्ष रखना था, जिनमें लेखपालों के प्रति हो रहे अन्याय, कार्यभार की असमानता, सुरक्षा की कमी, और प्रशासन की उदासीनता जैसे मुद्दे शामिल हैं।
इस अवसर पर लेखपालों ने कहा कि संस्था स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार की विरोधी है, लेकिन संघ का कहना है कि एंटी करप्शन टीम द्वारा अनुचित तरीके से लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जिस प्रकार से पक्षपातपूर्ण और विदेशपूर्ण कार्यवाहियां की जा रही हैं, वह न केवल अनुचित हैं बल्कि उनके दायित्वों के निर्वहन में बाधा उत्पन्न करती हैं। इस प्रकार की कार्यवाहियों का संघ घोर विरोध और कड़ी निंदा करता है।
जनपद बरेली में कार्यरत लेखपाल साथी मनीष कश्यप की निर्मम हत्या के लंबे समय बाद भी हत्यारों का कानून की गिरफ्त से बाहर रहना और अभी तक उनकी गिरफ्तारी न हो पाना अत्यंत निंदनीय है। यह घटना सरकार और प्रशासन की कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफलता को उजागर करती है। ऐसी स्थिति में जब सरकार अपने कर्मचारियों की रक्षा करने में अक्षम है, तो निचले स्तर पर कार्यरत लेखपाल जैसे कर्मचारियों के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करना अत्यधिक कठिन हो जाता है। संघ ने इस लापरवाही और असंवेदनशीलता की कड़ी आलोचना की है।
वर्तमान समय में प्रत्येक लेखपाल के पास पहले से ही अत्यधिक दायित्व हैं, जिन्हें पूरा करना मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद, विभिन्न विभागों के कार्य संबंधित विभागों द्वारा करवाने के बजाय लेखपालों पर थोपे जा रहे हैं। यह कार्यभार न केवल अनुचित है, बल्कि लेखपालों की कार्यक्षमता और जिम्मेदारियों पर अतिरिक्त दबाव डालता है। लेखपाल संघ ने इस प्रकार के अन्यायपूर्ण व्यवहार की घोर निंदा की है और इसे तत्काल समाप्त करने की मांग की है।
बाबा की रिपोर्ट —