Newsalert9 (कुशीनगर)
बाबा की रिपोर्ट —
खडडा विकास खण्ड के लखुआ-लखुई चौराहे पर एक विशालकाय पेड़ के सूख जाने से स्थानीय लोगों में खतरा बढ़ गया है। इस पेड़ के कभी भी टूटकर गिरने से होने वाली जनहानि को रोकने के लिए ग्रामीणों ने वन क्षेत्राधिकारी को पत्र सौंपकर तत्काल पेड़ को हटाने की मांग की है।

ग्रामीणों ने बताई परेशानी
ग्रामीणों ने अपने पत्र में कहा है कि उक्त चौराहे पर काफी दुकानें संचालित होती हैं और उसी आवादी के बीच यह विशालकाय पेड़ सुखकर जर्जर हालत में खड़ा है। इस जगह पर हमेशा लोगों का आना-जाना बना रहता है और गाड़ियां आदि खड़ी रहती हैं। बरसात में तेज हवा के साथ पेड़ के गिर जाने से जनहानि की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।इसके पहले एक पेड़ विजली के पाल पर गिर गया था ,ट्रांसफॉर्मर जल गया तीन पोल टूट गया ,दुकानो को नुकसान पहुंचा था ,कइ लोग चपेट में आने से बाल बाल बचे थे।
ग्रामीणों ने की मांग ,,,
गांव के मोतीलाल गुप्ता,संतोष पासवान (प्रधान ) अमित शर्मा, महताब आलम ,अंकित तिवारी, हृदय गुप्ता, परमात्मा जायसवाल ,चन्नु गुप्ता,कल्पना गुप्ता (वकील) आदि ने जर्जर पेड़ को तुरंत हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पेड़ को तत्काल हटाया जाना आवश्यक है ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि से बचा जा सके।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
ऐसे मामलों में विशेषज्ञों का कहना है कि जर्जर पेड़ों को समय रहते हटाना आवश्यक होता है, क्योंकि ये कभी भी गिर सकते हैं और बड़ा हादसा कर सकते हैं। हाल ही में बाराबंकी में एक चलती बस पर पेड़ गिरने से 5 लोगों की मौत हो गई थी, जो इस बात का उदाहरण है कि जर्जर पेड़ कितने खतरनाक हो सकते हैं ¹।
निष्कर्ष
लखुआ-लखुई चौराहे पर जर्जर पेड़ को हटाने की मांग करने वाले ग्रामीणों की चिंता जायज है। प्रशासन को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और पेड़ को हटाकर स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
बाबा की रिपोर्ट —
